SUPER REMEDY रोज या सप्ताह में दो बार ( अमावस्या के दिन अवश्य करें )
साल में एक बार अपने कुलदेवता / कुलदेवी के दर्शन करें।
साल में एक बार किसी भी पवित्र स्थान या गुरु स्थान का दर्शन करे।
अपने नक्षत्र के अनुसार आराध्य देवी / देवता के दर्शन करे।
हर अमावस्या में अपने पितरों के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा में दिया लगाए।
हर अमावस्या को अपने घर के मुख्य द्वार के आगे वास्तु देवता को ७ बार घडी की दिशा में नारियल घुमा के अर्पण करे।
हफ्ते में दो बार आम, नीम और अशोक के पत्ते और फूलों का तोरण बनाकर अपने घर के मुख्य दरवाजे पे लगाए।
कुलदेवता के चरणों में श्रीफल अर्पण कर घर के पूजास्थान में स्थापित करके पूजन करें।
वर्ष में एक बार अमावस के दिन दही, चावल एवं नारियल पुरे घर से उतार कर बाहर फेंक दे।
साल में दो बार मकान में हवन तथा यज्ञ कराएं।
घर में ” श्रीयंत्र ” की स्थापना करके नित्य श्रीसूक्त का एक पाठ अवश्य करें।
साफ़ – सुथरी कांच की एक बोतल लेकर उसमें शुद्ध पानी भरे। उसमें गोमूत्र, कपूर, हींग एवं बायबिड़ंग का चूर्ण बनाकर डाले। इस बोतल का पानी रोज टॉयलेट और स्नानगृह को छोड़कर पुरे घर में सुबह-शाम छिड़कें। यह प्रयोग ४५ दिनों तक करते रहें।इस चमत्कारी मंत्र का रोज सुबह या शाम १०८ बार जप करे।
ॐ नमो क्षेत्रपाल विकराला,
मम शत्रु उच्चाटय उच्चाटय,
सर्व बाधा प्रशमनं कुरु कुरु स्वाहा।
नित्य प्रातः स्नानादि से निवृत्त होकर सुगन्धित अगरबत्ती प्रज्वलित करके वास्तुपुरुष का निम्नलिखित मंत्र १०८ बार बोलकर नमस्कार करें :–
नमस्ते वास्तुपुरुष भूशैयाभिरत प्रभो।
मदग्रह धन – धान्यादि समृद्धि कुरु सर्वदा।