North Zone - Vastu Dosh & Nivaran

उतर दिशा का स्वामी कुबेर, आयुध गदा एवं प्रतिनिधि ग्रह बुध है। उतर दिशा से कालपुरुष के हृदय एवं वक्षस्थल का विचार किया जाता है। जन्मकुंडली का चौथा भाव इसका कारक स्थान है।

NORTH 348.75° TO 11.25°

GREEN, BLUE, BLACK, GREY, WHITE, BROWN

ASHLESHA
JYESHTHA
REVATI

Wavy

PANNA
पन्ना

Vishnu Ji

जस्ता
ZINC

GEMINI
मिथुन

VIRGO
कन्या

Remedies With Gemstone

सौम्यमौक्तिक विन्यसेत ( Moti )
रत्नों को स्वास्तिक यंत्र के नीचे स्वच्छ कर अभिमंत्रित कर फिर से पृथ्वी के अंदर रखा जाता है |

Element : Water

Vastu Dosh

1) उतर दिशा में दरार या टूटी दीवार हो तो घर का कोई व्यक्ति किसी स्त्री के कारण परेशान रहेगा

2) अगर उतर दिशा में कुआं या जल संचय का स्थान हो तो घर के किसी सदस्य की छठी इंद्रिय जागृत होगी. उसे हर घटना का पूर्वाभास मिलेगा। उसे प्राचीन साहित्य पढ़ने में रुचि होगी

3) अगर उतर में रसोईघर हो तो घर में नित्य कलह होता रहेगा

4) यदि उतर में पुरानी वस्तुओं का संग्रह हो और गलियारा खाली व संकरा हो तो उस परिवार के लोग दुर्भाग्यशाली होंगे

5) उतर दिशा में नलकूप या पानी का नल हो तो घर की लक्ष्मी दूसरों के पास चली जाएगी

6) उतरी दिशा उन्नत होने पर उस परिवार की संपदा नष्ट होगी तथा घर की स्त्रियां बीमार रहेंगी

7) यदि उतर दिशा दोषपूर्ण हो तो गृहस्वामी की कुंडली का चौथा भाग निश्चित ही बिगड़ा हुआ होगा

वास्तुदोष का निवारण

⇢ दिशा-दोष निवारणार्थ पूजाघर में बुध यंत्र रखें।
⇢ घर की दीवारों पर हरा रंग करें।
⇢ बुधवार का व्रत रखें।
⇢ घर की कॉलबेल तोते की आवाज वाली लगाएं।