West Zone - Vastu Dosh & Nivaran

पश्चिम दिशा का स्वामी वरुण,आयुध पाश एवं प्रतिनिधि ग्रह शनि है l पश्चिम दिशा से कालपुरुष के पेट,गुप्तांग एवं जननांग का विचार किया जाता है l यदि ऐसे घर का मुख्य मार्ग पश्चिम दिशा वाला हो तो गलत है l इस कारण गृहस्वामी की आमदनी ठीक नहीं रहेगी और उसे गुप्तांग की बीमारी होगी l

WEST 258.75° TO 281.25°

GREY, WHITE, BLACK, BLUE, YELLOW

Pushya
Anuradha
Uttara Bhadrapada

Circle

NILAM
नीलम

Shivji

Yam

Maa Kali

IRON
लोहा

Capricorn
मकर

Aquarius
कुंभ

Remedies With Gemstone

प्रत्यडमरक्रंषत ( Panna)
रत्नों को स्वास्तिक यंत्र के नीचे स्वच्छ कर अभिमंत्रित कर फिर से पृथ्वी के अंदर रखा जाता है

Element : SKY

Vastu Dosh

1 ) यदि घर की पश्चिम दिशा में दरार हो तो गृहस्वामी की आमदनी अव्यवस्थित रहती है l
2 ) पश्चिम में स्नानगृह अथवा गृहस्वामी का शयनकक्ष हो तो पति-पत्नी बहुत ही कम समय तक इकट्ठे रह पाएंगे l इसका कारण परस्पर झगड़ा न होकर पति या पत्नी द्धारा बार-बार यात्रा करना अथवा नौकरी की जगह दूर होना भी हो सकता है l
3 ) पश्चिम में रसोईघर हो तो गृहस्वामी काफी धन कमाएगा, लेकिन उस धन में बरकत नहीं होगी l
4 ) यदि ठीक पश्चिम में अग्निस्थल हो तो घर में निवास करने वालों को शनि-मंगल के प्रभाव के कारण गरमी, पित एवं मस्से की शिकायत होगी l
5 ) यदि पश्चिम में पूजा स्थान हो तो गृहस्वामी ज्योतिष, तंत्र-मंत्र एवं अन्य गूढ़ विद्याओं का जानकार होगा l यदि पश्चिम में टॉयलेट या पुराना गोदाम हो तो गृहस्वामी पर राहु का प्रभाव रहेगा l यह राहु-प्रभाव अचानक लाभ दिलाता रहेगा l
6 ) यदि घर की दीवारें काली-कलूटी या गहरे नीले रंग को हों, घर में अंधेरा हो एवं पर्दे अधिक हो तो ऐसे गृहस्वामी की कुंडली शनि ग्रह से प्रभावित होगी l

वास्तुदोष का निवारण

⇢ दिशा दोष निवारणार्थ घर में वरुण यंत्र की स्थापना करे l
⇢ शनिवार का व्रत रखें l
⇢ शनिवार को खेजड़ी के वृक्ष पानी से सींचे l